के बी एन के बरेली
कौन बनेगा नन्हा कलाम ?
सपने वो नहीं, जो आप सोते समय देखते हैं, सपने वो हैं, जो आप को सोने नहीं देते |
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ऊ0 प्र0 शासन) के निर्देशन में जिला विज्ञान क्लब, बरेली तथा जिला प्रशासन, बरेली के द्धारा ” कौन बनेगा नन्हा कलाम 2019 ” प्रतियोगिता का आयोजन जनपद के कक्षा 6 से 10 तक के छात्र /छात्राओं में प्रतिभाओं की खोज करने के लिए विस्तृत चरणबद्ध प्रेरणादायक कार्यक्रम किया जा रहा है |
प्रतिभा खोज में ” कौन बनेगा नन्हा कलाम “ हेतु विद्यालय स्तरीय, ब्लाक/ तहसील स्तरीय एवं जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है| विभिन्न विज्ञान प्रतियोगितायों में श्रेष्ठतम अंक के छात्र /छात्राओं को जिला स्तरीय परीक्षा उत्तीर्ण होने पर नगद पुरुस्कार प्रदान किये जायेंगे |
कौन बनेगा नन्हा कलाम : मार्ग निर्देशिका
“देश सदा देश के नागरिकों की निजी सफलता से ऊँचा होता है” , महान वैज्ञानिक अब्दुल कलाम की इस वैज्ञानिक सोच का सीधा अर्थ ये भी था की वे चाहते थे की देश के हर बच्चे के अंदर छिपी हुई अनन्त सम्भावनाओ को विकसित करने की एक अनंत दृष्टि उत्पन्न की जा सके। इस प्रकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् द्वारा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में ” कौन बनेगा नन्हा कलाम “ एक अभियान छात्र – छात्राओं में नव प्रवर्तन अनुसन्धान प्रेरणा जागृति कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया जा रहा है ।
इसमें निहित उद्देश्य प्रतिस्पर्धा और अविष्कारक मनोभावों को विद्यार्थियों के मस्तिक में समाहित करना है, जिससे स्वास्थ्य, रक्षा, चिकित्सा, ऊर्जा संरक्षण, कृषि – संवर्धन, पर्यावरण – उन्मूलन, स्वछता मिशन, कौशल विकास तथा ई-प्रशासन के क्षेत्रों में प्रदेश के जनपदों के भविष्य को व्यापक रूप से सँवारा जा सके ।
कार्यक्रम के उद्देश्य
- बच्चो में जिज्ञासा उत्पन्न हो सके ।
- बच्चो में आत्मविश्वास का विकास हो सके ।
- बच्चो में पहल करने की क्षमता विकसित हो सके ।
- बच्चो में प्रश्न पूछने का साहस पैदा हो सके ।
- बच्चो में सृजनात्मकता का विकास हो सके ।
- बच्चो जीवन में समस्याओं को वैज्ञानिक ढ़ंग से समझ सके तथा उनका वैज्ञानिक निदान कर सकें ।
- बच्चे समाजिक कुरीतियों को समाप्त करने में सहायक बन सकें ।
- बच्चो में सौन्दर्य, कला, सच्चाई एवं स्वच्छता के प्रति आकर्षण उत्पन्न हो सके ।
- बच्चे देश के अच्छे नागरिक बन सकें ।
लक्ष्य समूह
कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद बरेली के पूर्व माध्यमिक एवं माध्यमिक स्तर के समस्त विद्यालयों(मदरसा, आश्रम पद्धति, नवोदय विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पब्लिक तथा प्राईवेट स्कूल, राजकीय हाईस्कूल/इण्टर कालेज, परिषदीय विद्यालय इत्यादि) के जूनियर संवर्ग के विद्यार्थी कक्षा 6-8 तथा सीनियर संवर्ग के विद्यार्थी कक्षा 9-10 सम्मिलित होंगे।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु
- कार्यक्रम का नाम ” कौन बनेगा नन्हा कलाम “है।
- ” कौन बनेगा नन्हा कलाम 2019 ” के सभी चरणो की परीक्षा व कार्यशालाओ की देख रेख व तकनीकी मार्गदर्शन किसी शोध संस्थान अथवा शैक्षणिक संस्थान की कम से कम 03 सदस्य टीम के सहयोग से आयोजित की जा रही है |
- बच्चो द्धारा प्रस्तुत मॉडल व प्रोजेक्ट नवाचार युक्त एवं व्यवहारिक होंगे तथा यह अधोलोखित विषयो पर आधारित होंगे :
(क) दैनिक जीवन में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी (इसके अंतर्गत यातायात, चिकित्सा, कृषि, संचार, मनोरंजन , शिक्षा, कंप्यूटर आदि क्षेत्र के मॉडल एवं प्रोजेक्ट हो सकते है ।
(ख) अक्षय ऊर्जा के वैकल्पिक श्रोत विकास एवं उपयोग , मानव जीवन के लिए ऊर्जा का महत्व एवं उनका विवेकपूर्ण उपयोग सूर्य ऊर्जा एवं बायोगैस का अधिक प्रयोग एवं ऊर्जा दक्षता ।
(ग) पर्यावरण एवं प्रदूषण – प्राकृतिक संतुलन , प्रदूषण (जल, वायु, ध्वनि आदि ) रोकने के अभिनव प्रयोग एवं समाधान हेतु उपाय ।
(घ) ग्लोबल वार्मिंग – इसके अतिरिक्त बच्चे स्थानीय उद्योग , कृषि व्यापर , उत्पादन कला – कौशल , स्थानीय समस्या निदान हेतु नवाचार उक्त कोई मॉडल प्रोजेक्ट अथवा प्रयोग प्रस्तुत कर सकते है ।
- इस कार्यक्रम को चार चरणों में निम्नवत् रूप से सम्पादित किया जायेगा :-
प्रथम चरण (विद्यालय स्तर पर)
प्रतियोगिता के प्रथम चरण में वेबसाइट के माध्यम से विद्यालयों की सहायता से विद्यार्थियों द्वारा प्रतियोगिता हेतु आवेदन 31-10- 2020 तक होगा । इसके अंतर्गत छात्रों का पंजीकरण, जूनियर वर्ग के लिए कक्षा 6 से 8 तक एवं सीनियर वर्ग के लिए कक्षा 9 व 10 में अलग – अलग किया जायेगा।
द्वितीय चरण ( तहसील/ब्लॉक स्तर पर )
प्रतियोगिता हेतु दोनों वर्गो में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों की विज्ञान संदर्भित लिखित एवं बहुविकल्पीय प्रश्नों की एक प्रतियोगिता का आयोजन विभिन्न चयनित केन्द्रों पर किया जायेगा, जिसकी तिथि बाद में घोषित की जाएगी| जिसमें जूनियर वर्ग के 500 एवं सीनियर वर्ग के 500 विद्यार्थियों का चयन तृतीय चरण में होने वाली जनपद स्तरीय परीक्षा हेतु किया जायेगा तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा |
तृतीय चरण ( जनपद स्तर पर )
तृतीय चरण में चयनित जूनियर वर्ग के 500 एवं सीनियर वर्ग के 500 विद्यार्थियों हेतु विज्ञान आधारित विषय पर निबन्ध / प्रश्नोत्तरी / भाषण प्रतियोगिता तथा मॉडल प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा, जिसकी तिथि बाद में घोषित की जाएगी| जिसमें श्रेष्ठतम् अंक प्राप्त करने वाले प्रत्येक वर्ग के 50-50 विद्यार्थियों को चतुर्थ चरण की प्रतियोगिता में प्रतिभाग हेतु चयनित किया जायेगा तथा पुरस्कार स्वरूप प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा |
चतुर्थ चरण ( जनपद स्तर पर )
तृतीय चरण में चयनित जूनियर वर्ग के 50 तथा सीनियर वर्ग के 50 विद्यार्थियों की निम्न पाठ्यक्रम पर आधारित परीक्षा होगी :-
- विज्ञान/नवप्रवर्तन माडल निर्माण की प्रक्रिया
- रीजनिंग टेस्ट
- प्रोजेक्टर टेस्ट
- लिखित परीक्षा
उपरोक्त परीक्षा निम्नलिखित विषयों पर आधारित होना प्रस्तावित है :-
- विज्ञान आधारित प्रश्न
- समसामयिक वैश्विक समस्याओं पर निबन्ध
- आकस्मिक समस्यायें और विज्ञान
- नवाचारात्मक प्रोजेक्ट
- नवाचारात्मक वैज्ञानिक संभाषण
प्रतियोगिता में चयनित विद्यार्थियों को “नन्हा कलाम” की उपाधि एवं पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। इस प्रकार जनपद बरेली से परीक्षा में रुपए 21,000 प्रथम पुरस्कार 05 (03 जूनियर वर्ग से एवं 02 सीनियर वर्ग से), रुपए 11,000 द्वितीय पुरस्कार हेतु 05 (03 जूनियर वर्ग से एवं 02 सीनियर वर्ग से) एवं रुपए 5100 तृतीय पुरस्कार हेतु 05 (03 जूनियर वर्ग से एवं 02 सीनियर वर्ग से) तथा रुपए 3000 सान्त्वना पुरस्कार 05 (03 जूनियर वर्ग से एवं 02 सीनियर वर्ग से) और अन्य 80 विद्यार्थियों को प्रतिभागिता पुरस्कार पुस्तकें, पदक आदि सहित प्रशस्ति/प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा।
“नन्हा कलाम” क्यों ?
देश सदा देश के नागरिको की निजी सफलता से ऊँचा होता है | कलाम की वैज्ञानिक सोच का सीधा अर्थ भी यही था | वे चाहते थे कि देश के हर बच्चे के अन्दर छिपी हुई अनन्त संभावनाओं को विकसित करने की एक अन्त दृष्टि उत्पन्न की जा सके |
इस प्रकार जनपद बरेली में संचालित “ कौन बनेगा नन्हा कलाम ” एक अभियान प्रेरित कार्यक्रम के रूप में कार्य करेगा | भले ही यह देखने में सीमित सा प्रतीत हो परन्तु इसका उद्देश्य अत्यन्त विस्तृत वैज्ञानिक सोच का होगा | यह इस इच्छाशक्ति के साथ लागू होगा की प्रतिस्पर्धा और आविष्कारक मनोभावों का जन्म किशोरवय के बच्चों मे जितनी जल्दी हो सके, उतना अच्छा है ताकि स्वास्थ्य, रक्षा, चिकित्सा, ऊर्जा-संरक्षण, पर्यावरण-उन्मूलन, स्वच्छता-मिशन, कौशल-विकास, ई-प्रशासन के क्षेत्र में देश से जुड़ा जनपद का भविष्य कहीं पिछड न जाये |
यहाँ के किसान अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार कर विश्व-बाज़ार की स्पर्धा में अपने को मजबूती से खड़ाकर बेचारगी गरीबी के अभिशाप से बच निकलें और खुशहाल जीवन जी सकें तभी “नन्हा कलाम” की संकल्पना सफल हो सकेगी |
बरेली के प्रमुख वैज्ञानिक एवं शैक्षिक संस्थान
संपर्क हेतु – डॉ० रवि प्रकाश शर्मा, जिला समन्वयक, जिला विज्ञान क्लब,बरेली| मोबाइल – 9411008886, 7037021337 ईमेल – ravialkadscbly[at]gmail[dot]com